सीजी भास्कर, 9 अक्टूबर। बाल संप्रेषण गृह से छह बाल अपचारी (Juvenile Home Escape) टॉयलेट की दीवार तोड़कर फरार हो गए। यह घटना विभाग की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आई है। बीते कुछ महीनों में इसी तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं।
सुबह पांच और छह बजे की घटना (Juvenile Home Escape)
घटना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले की है। जानकारी के अनुसार बाल अपचारियों ने सुधार गृह की बाथरूम की दीवार में छेद किया, बाहर निकले और बाउंड्री वॉल कूदकर भाग गए (Juvenile Home Escape)। घटना सुबह गुरुवार पांच और छह बजे के बीच की बताई जा रही है। भागे बाल (Juvenile Home Escape) अपचारियों में पांच खरगोन जिले के और एक बुरहानपुर जिले का है।
जानकारी के अनुसार इन छह बाल अपचारियों में से पांच महिला अपराध से संबंधित हैं जबकि एक पर गौवंश से जुड़ा आरोप है। घटना रात में हुई थी और कर्मचारियों को इसकी जानकारी सुबह मिली। एडीएम के.आर. बडोले मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर चुके हैं और घटना के समय तैनात गार्ड के दो जवानों को निलंबित कर दिया गया।
पुलिस ने बाल सुधार गृह का मौका मुआयना किया और फरार आरोपियों की खोज शुरू की। सिटी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी बाल अपचारियों की सर्चिंग के लिए पुलिस दल और रिश्तेदारों के घर टीम भेजी जा रही हैं; इलाके में नाकाबंदी और चेकिंग जारी है ।
तीन माह पूर्व पांच बच्चे भाग गए थे (Juvenile Home Escape)
कथित तौर पर तीन माह पूर्व भी इसी संप्रेषण गृह से पांच बच्चे भाग गए थे; तब वे बाद में लौटाए गए थे। इस बार की घटना यह संकेत देती है कि पिछली घटनाओं से विभाग ने पर्याप्त सबक नहीं लिया और सुरक्षा इंतजाम केवल कागजी शोरूम तक सीमित रहे (Juvenile Home Escape)। हर बार भागने का तरीका लगभग समान रहा — बाथरूम की दीवार या खिड़की तोड़कर बच्चा भाग जाता है — जो सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर कमज़ोरी को उजागर करता है।
भोजन, पानी और रहने की मूलभूत सुविधाओं से असंतुष्ट
विभागीय सूत्रों ने कहा कि भोजन, पानी और रहने की मूलभूत सुविधाओं को लेकर बालक लंबे समय से असंतुष्ट रहे हैं। कई बार शिकायतें करने के बाद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, जिसके कारण असंतोष बढ़ा और भागने के प्रयास बार-बार होते रहे। यह मामला अब न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि राज्य स्तर पर भी चिंता का विषय बन गया है।