सीजी भास्कर, 23 सितंबर। छत्तीसगढ़ में 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले (Liquor Scam Chhattisgarh) में आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की अग्रिम जमानत याचिका ईओडब्ल्यू की विशेष कोर्ट ने खारिज कर दी है। चैतन्य को इसी मामले में ईडी ने 18 जुलाई को भिलाई स्थित घर से गिरफ्तार किया था।
वह रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। उक्त मामले की जांच ईओडब्ल्यू (Liquor Scam Chhattisgarh) भी कर रही है और वह उसे गिरफ्तार कर रिमांड पर लेना चाहती है। इसी गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में ही इस घोटाले को अंजाम दिया गया था।
सीजी-पीएससी घोटाले में जेल भेजे गए आरोपित
छत्तीसगढ़ में हुए पीएससी घोटाले (Liquor Scam Chhattisgarh) में सीबीआइ की गिरफ्त में आए पांच आरोपितों को कोर्ट ने सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इनमें पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, पूर्व सचिव व सेवानिवृत्त आइएएस जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले और दीपा आदिल शामिल हैं। पांचों की रिमांड खत्म होने पर विशेष कोर्ट में पेश किया गया था।
बता दें कि 2021 में आयोजित की गई पीएससी की भर्ती प्रक्रिया में पेपर लीक (Liquor Scam Chhattisgarh) से लेकर अन्य गड़बड़ियां की गईं, जिससे पात्र उम्मीदवारों की जगह लेन-देन कर अभ्यर्थियों का चयन हुआ। सीजी-पीएससी के चेयरमैन रहे टामन सिंह सोनवानी सहित 12 आरोपितों को सीबीआइ गिरफ्तार कर चुकी है।
कोल घोटाले में जयचंद गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में हुए कोल लेवी घोटाले (Liquor Scam Chhattisgarh) में ईओडब्ल्यू ने लिपिक जयचंद कोशले को सोमवार को विधिवत गिरफ्तार कर विशेष कोर्ट में पेश किया। जांच एजेंसी की मांग पर कोर्ट ने उसे 26 सितंबर तक ईओडब्ल्यू को रिमांड पर सौंपने का आदेश सुनाया।
बता दें कि कोसले तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार में उप-सचिव रहीं सौम्या चौरसिया का करीबी था। उस पर कोल लेवी घोटाले के 50 करोड़ रुपये हवाला के जरिए इधर से उधर करने का आरोप है। यह घोटाला भूपेश बघेल सरकार के दौरान हुआ था। इस मामले में सौम्या चौरसिया, आइएएस रानू साहू और समीर विश्नोई (Liquor Scam Chhattisgarh) जमानत पर हैं।
