सीजी भास्कर, 26 अप्रैल। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रामनगर के गुलमोहर पार्क में मासूम दिव्यांश की दर्दनाक मौत के मामले ने नगर निगम को सख्त कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया है।
नगर निगम की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी, जिसके आधार पर निगमायुक्त विश्वदीप ने प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी सब इंजीनियर अंकिता अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (SE Suspended) कर दिया है।
इसके साथ ही सहायक अभियंता योगेश यदु और तत्कालीन सहायक अभियंता व वर्तमान अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिव्यांश की मौत जिस असुरक्षित गड्ढे में हुई, उसकी जानकारी साइट इंजीनियर अंकिता अग्रवाल (SE Suspended) को ही नहीं थी। निगम का कहना है कि मौके पर गड्ढा बनाते समय न तो कोई सुरक्षा उपाय किए गए थे और न ही इस बारे में अंकिता ने कोई पत्राचार किया था। इस लापरवाही के चलते उन्हें सस्पेंड कर जोन-1 में अटैच कर दिया गया है।
राजेश राठौर पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने गुलमोहर पार्क के 288 मकानों के निर्माण कार्य के दौरान प्रोजेक्ट की कमियों के बावजूद ठेकेदार को भुगतान कर दिया। प्रोजेक्ट के ड्राइंग-डिजाइन में सेप्टिक टैंक के ओवरफ्लो पानी के लिए आउटलेट का प्रावधान था, लेकिन यह काम अधूरा ही रह गया। इसके बावजूद ठेकेदार को पूरा भुगतान करना बड़ी चूक मानी गई है।
फिलहाल ठेकेदार फर्म मेसर्स मधुसुदन अग्रवाल की भूमिका की जांच अभी लंबित है। ठेकेदार से जवाब मांगा गया है, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
निगम का कहना है कि ठेकेदार की भूमिका स्पष्ट होने के बाद और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दर्दनाक हादसे ने सिस्टम की लापरवाही को एक बार फिर उजागर कर दिया है।