सीजी भास्कर, 22 जून। नवा रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह NFSU के रायपुर कैंपस का शिलान्यास किया। नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी कैंपस के अलावा हाईटेक फोरेंसिक लैब का भी शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम के दौरान शाह ने फिर नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी।
शाह ने कहा कि, अब बारिश में भी नक्सलियों को चैन की नींद नहीं सोने देंगे। चर्चा की कोई जरूरत नहीं है, नक्सली अपने हथियार डाल दें। इसके आलावा शाह ने NFSU को लेकर कहा कि, यहां से ग्रेजुएट/ पोस्ट ग्रेजुएट होने का मतलब नौकरी की गारंटी पक्की।
पड़ोसी राज्यों के DGP-ADGP रैंक के अधिकारियों से मीटिंग
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद गृहमंत्री शाह नवा रायपुर स्थित होटल रिसॉर्ट में छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्य ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के DGP और ADGP रैंक के अधिकारियों के साथ सुरक्षा संबंधित उच्चस्तरीय बैठक करेंगे।
इसके बाद 6.30 से 8.00 बजे तक नक्सल ऑपरेशन पर विशेष समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक में नक्सल ऑपरेशनों की वर्तमान स्थिति, अंतरराज्यीय समन्वय, खुफिया तंत्र की मजबूती, और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर चर्चा हो सकती है।
जानिए क्या है NFSU?
- जिस यूनिवर्सिटी कैम्पस का शिलान्यास शाह ने किया, इसे भारत सरकार गुजरात में चलाती है।
- ये एक विश्वविद्यालय है जो फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता (एक्सपर्ट) का कोर्स करवाता है।
- नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) की स्थापना 2009 में हुई थी।
- यहां से पढ़कर स्टूडेंट फोरेंसिक वैज्ञानिक, फोरेंसिक विश्लेषक, फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक बनकर अपना करियर संवार पाएंगे।
- अमित शाह रायपुर में सेंट्रल फोरेंसिक लैब का भी भूमिपूजन करेंगे। ये छत्तीसगढ़ की अपने सबसे हाईटेक फोरेंसिक लैब होगी।
NFSU की स्थापना से क्या-क्या फायदे ?
- NFSU की स्थापना से लंबित प्रकरणों की संख्या में कमी आएगी।
- जिन जांचों के लिए अभी दूसरे राज्यों के विशेषज्ञों पर निर्भर हैं, उस तरह के प्रोफेशनल अब प्रदेश में तैयार होने लगेंगे।
- आम लोगों को आसानी और जल्दी न्याय मिलेगा।
- अभी रिपोर्ट लेट होने से आरोपी को अनावश्यक जेल में रहना पड़ता है।
- रिपोर्ट जल्दी आएगी, जिससे कोर्ट अपना फैसला जल्दी सुनाएगा।
- जांच रिपोर्ट की सत्यता पर सवाल नहीं उठेंगे।
- टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के नए एक्सपर्ट तैयार होंगे।
- साइबर अपराधों की जांच।
- आरोपियों की धरपकड़ आसान होगी।
ये कोर्स हो सकते हैं शुरू
यूनिवर्सिटी में अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे। इनमें प्रमुख तौर पर फोरेंसिक साइंस, मेडिको लीगल, विहैवियरल (Behavioral) साइंस, साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फोरेंसिक, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पुलिस साइंस एंड सिक्योरिटी, फाॅर्मेसी, मैनेजमेंट, लॉ-फारेंसिक जस्टिस एंड पॉलिसी स्टडीज, फोरेंसिक साइकोलॉजी।
शाह का ऐसा है शेड्यूल
- 22 जून को सेक्टर-2 में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के रायपुर कैम्पस का शिलान्यास।
- छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के DGP/ADGP के साथ नवा रायपुर के ही एक रिसॉर्ट में बैठक होगी।
- बैठक के बाद नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा बैठक होगी। शाह रायपुर में ही रात बिताएंगे।
23 जून
- अगले दिन 23 जून को अमित शाह अबूझमाड़ क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ मुलाकात करेंगे।
- इसके बाद BSF के जवानों के साथ उनकी मीटिंग होगी।
- वे जवानों के साथ ही लंच करेंगे और नक्सल ऑपरेशन को लेकर चर्चा करेंगे।
प्रदेश के गृहमंत्री ने क्या कहा?
प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, इस सेक्टर में हमें मैनपावर की जरूरत है। कैम्पस खुलने से राज्य के यूथ को इस सेक्टर में कोर्स करने का मौका मिलेगा। यूथ फोरेंसिक साइंस सर्विस सेक्टर में करियर बना सकेंगे।
बस्तर पंडुम समारोह में शामिल होने छत्तीसगढ़ आए थे शाह
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह तीन महीने पहले अप्रैल महीने में बस्तर के पंडुम समापन समारोह में शामिल होने छत्तीसगढ़ आए थे।
समारोह में शामिल होने के बाद शाह ने रायपुर लौटकर एंटी नक्सल ऑपरेशन पर हाईलेवल मीटिंग ली थी। इस बैठक में एंटी नक्सल ऑपरेशन से जुड़े पुलिस, CRPF और BSF जैसे सेंट्रल फोर्स के कमांडर शामिल हुए थे।
शाह की डेडलाइन, 2026 तक करेंगे नक्सलवाद का खात्मा
31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने की बात अमित शाह ने रायपुर में बीते साल मीटिंग में कही थी। इस टारगेट को पूरा होने में करीब 1 साल से कम का समय बच हुआ है।
साय सरकार बनने के बाद 350 से ज्यादा नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ। इसलिए नक्सलवाद के खात्मे के लिए शाह का यह दौरा अहम माना जा रहा है।
भाजपा सरकार बनते ही 427 नक्सली मारे गए
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद अब तक 400 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। 7 जून को दिल्ली दौरे पर पहुंचे सीएम साय ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर प्रदेश में चल रहे नक्सल ऑपरेशन की जानकारी दी थी।
CM ने बताया कि, कैसे प्रदेश में सेंट्रल फोर्स और स्टेट पुलिस मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है। इस दौरान नक्सल प्रभावित जिलों में सरकार की योजनाएं सरेंडर पॉलिसी को लेकर भी अमित शाह और मुख्यमंत्री के बीच बातचीत हुई।