आगरा की सड़कों पर बुधवार की शाम अचानक एक अनोखा वाकया सामने आया। राजपुर चुंगी के पास एक युवक तेज आवाज में फिल्मी गीत ‘चोली के पीछे क्या है…’ (Song Harassment Case) गा रहा था। गाने का अंदाज ऐसा था कि वहां से गुजर रही युवतियां असहज हो उठीं। राह चलते लोग भी चौंक गए, लेकिन यह हरकत ज्यादा देर तक नहीं चली। पास ही मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति भांप ली और युवक को रोक लिया।
पुलिस ने पूछा सवाल, छूट गए पसीने
पुलिस ने जब युवक से पूछा कि यहां कोई शूटिंग चल रही है क्या, तो वह सकपका गया। सवाल-जवाब का दौर चलता रहा। पुलिस ने यह भी जानना चाहा कि वह सिंगर है या किसी कार्यक्रम में भाग ले रहा है। हर सवाल पर युवक का जवाब “नहीं” ही रहा। आखिरकार पुलिस ने सीधे पूछ लिया—“इतनी ऊंची आवाज में ये गाना किसके लिए गा रहे थे?” सवाल सुनते ही उसके माथे से पसीने टपकने लगे।
गाने से जेल तक का सफर Song Harassment Case
युवक की हरकत को पुलिस ने सीधे छेड़खानी (Song Harassment Case) मानते हुए कार्रवाई की। मौके से पकड़कर थाने लाया गया। थाने पहुंचते ही जब पुलिस ने उसे कहा कि अब गाना गाओ, तो उसकी आवाज हलक से बाहर ही नहीं निकल पाई। युवक बार-बार माफी मांगने लगा और बोला कि अब से वह इस तरह का गीत सार्वजनिक जगहों पर कभी नहीं गाएगा।
आरोपी की पहचान और कार्रवाई
पूछताछ के बाद युवक की पहचान रिजवान कुरैशी के रूप में हुई। पुलिस ने उसके खिलाफ सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत करने की धारा और शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में केस दर्ज किया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई जरूरी है ताकि सड़क पर छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
Song Harassment Case : सड़क पर गाना नहीं, जेल की सजा मिली
आगरा की यह घटना बताती है कि कोई भी गाना सिर्फ मनोरंजन (Entertainment Song Harassment Case) के लिए होता है, लेकिन जब उसी का इस्तेमाल किसी को परेशान करने में हो, तो वह अपराध बन जाता है। पुलिस की तत्परता ने इस मामले को वहीं रोक दिया, वरना राह से गुजरने वाली लड़कियों की परेशानी और बढ़ सकती थी।