सीजी भास्कर, 11 अक्टूबर। न्यूटाउन स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में सिक्किम के पांच आदिवासी छात्रों के साथ जातिगत उत्पीड़न (Student Harassment Case) और मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि कुछ वरिष्ठ छात्रों ने जाति पूछकर उन्हें गालियां दीं और पिटाई की। उत्पीड़न से आहत छात्र अब कोलकाता शहर छोड़कर सिक्किम लौट गए हैं। यह मामला विधाननगर के टेक्नोसिटी थाने में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता सभी छात्र विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई कर रहे हैं और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं। घटना के समय वे विश्वविद्यालय के मैदान में खेल रहे थे। तभी कुछ वरिष्ठ छात्रों ने उन्हें खेलने से रोका और उनकी जाति के आधार पर अपमानजनक व्यवहार (Student Harassment Case) किया। विरोध करने पर पांचों छात्रों की पिटाई की गई।
पुलिस का कहना है कि घटना की सच्चाई की पुष्टि के लिए सीसीटीवी फुटेज और रजिस्टर बुक की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह झगड़ा अचानक नहीं बल्कि पूर्वाग्रह के कारण हुआ प्रतीत होता है।
पीड़ित छात्रों ने बताया कि पिटाई के बाद उन्हें जान का खतरा महसूस हुआ, इसलिए वे तुरंत सिक्किम लौट गए। वहां उन्होंने जीरो एफआईआर दर्ज कराई, जिसे बाद में विधाननगर कमिश्नरेट को ट्रांसफर कर दिया गया। विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार अमृता साहा (Student Harassment Case) ने कहा कि, “घटना के अगले दिन हमने एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया है।
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। समिति निष्पक्ष जांच कर रही है।” फिलहाल पुलिस ने आरोपी छात्रों की पहचान कर ली है और बयान दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
