सीजी भास्कर, 16 सितम्बर। ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने से लेकर नशे में वाहन दौड़ाने तक, नियम तोड़ने (Traffic Rule Enforcement) वालों पर अब पुलिस का शिकंजा पहले से कहीं ज्यादा सख्त हो गया है। बिलासपुर की सड़कों पर जो लोग लापरवाही से वाहन चलाते हैं, उनके लिए अब चेतावनी का समय खत्म हो चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर यातायात पुलिस ने पिछले दिनों बड़े स्तर पर कार्रवाई की है। जिला व यातायात पुलिस ने 610 ऐसे प्रकरण प्रतिवेदित किए जिनमें चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। ये सभी मामले उन गंभीर उल्लंघनों से जुड़े थे, जिनमें तेज रफ्तार, शराब पीकर वाहन चलाना, सिग्नल जंप करना, मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग करना और गलत दिशा में वाहन दौड़ाना शामिल है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने पहले ही साफ कर दिया था कि ऐसे मामलों में अब समझौते की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। बिलासपुर पुलिस ने उसी निर्देश पर अमल करते हुए न सिर्फ चालान काटे बल्कि लाइसेंस निलंबन और निरस्तीकरण (Traffic Rule Enforcement) तक की कार्रवाई आगे बढ़ाई। यातायात पुलिस का कहना है कि लगातार नियम तोड़ने वालों के लाइसेंस सीधे आईटीएमएस सर्वर से ट्रैक होकर ऑटोमैटिक मोड में निरस्त हो सकते हैं।
यातायात विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि नशे में वाहन चलाने के मामलों को सबसे गंभीर माना जा रहा है। इन सभी मामलों को कोर्ट में भेजा गया, जहां चालकों को दस हजार से ज्यादा जुर्माने भरने पड़े। इसके अलावा, जिन मामलों में सड़क दुर्घटना से मौत हुई है, उनमें निलंबन के साथ स्थायी निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
आंकड़ों के अनुसार बिलासपुर में केवल निजी वाहन चालक ही नहीं, बल्कि मालवाहक वाहनों के ड्राइवर भी अक्सर नियमों की अनदेखी करते हैं। खासतौर पर तेज रफ्तार और सिग्नल तोड़ने के मामलों में भारी संख्या में लोग पकड़े गए। पुलिस का कहना है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और हर छोटे-बड़े उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा।
सड़क परिवहन मंत्रालय (Traffic Rule Enforcement) के प्रावधानों के तहत यह भी साफ कर दिया गया है कि जो वाहन चालक बार-बार गलती करता है, उसका लाइसेंस न केवल निलंबित बल्कि स्थायी रूप से निरस्त भी किया जाएगा। आईटीएमएस कैमरों के जरिए शहर की 550 से अधिक जगहों पर निगरानी की जा रही है। यानी अब ड्राइवर चाहे कहीं भी नियम तोड़े, उसकी हर गतिविधि रिकॉर्ड होगी और कार्रवाई तय मानी जाएगी।
यातायात पुलिस (Traffic Rule Enforcement) ने नागरिकों से अपील की है कि वे खुद भी नियमों के प्रति संवेदनशील हों और अपने परिवार व अन्य लोगों को भी जागरूक करें। उनका कहना है कि सड़क सुरक्षा केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। यदि नियमों का पालन किया जाए तो न सिर्फ हादसों में कमी आएगी, बल्कि ट्रैफिक अनुशासित और सुगम भी बनेगा।
बिलासपुर पुलिस का यह कदम पूरे प्रदेश में ट्रैफिक अनुशासन को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि आने वाले महीनों में और भी कड़ी निगरानी होगी और लगातार उल्लंघन करने वालों पर बिना देरी सीधे निरस्तीकरण का हथौड़ा चलाया जाएगा।