(Trump 100% Tariff China) — अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन से आने वाले सभी आयातित उत्पादों पर 1 नवंबर 2025 से अतिरिक्त 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इसका मतलब है कि जो पहले से टैरिफ लागू हैं, उन पर और 100 फीसदी कर लगेगा। ट्रंप ने कहा कि यह कदम चीन के हालिया रेयर अर्थ मिनरल्स (Rare Earth Minerals) के नियंत्रण निर्णय के जवाब में उठाया गया है।
Critical Software Export Control भी लागू होगा
अमेरिका अब 1 नवंबर से क्रिटिकल सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कंट्रोल (Critical Software Export Control) भी लागू करेगा। इसका मकसद चीन को तकनीकी रूप से दबाना और रणनीतिक क्षेत्र में संतुलन बनाना है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम वैश्विक सप्लाई चेन और तकनीकी बाजारों पर सीधा असर डालेगा।
चीन ने रेयर अर्थ मिनरल्स पर लगाया कड़ा नियंत्रण
चीन ने 1 दिसंबर से रेयर अर्थ मिनरल्स के निर्यात पर सख्त नियंत्रण लगाने का फैसला किया है। इनमें होल्मियम, एर्बियम, यटरबियम जैसी 12 दुर्लभ पृथ्वी की धातुएँ शामिल हैं। बीजिंग का कहना है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है। चीन ने भारत से भी आश्वासन मांगा कि वह अमेरिका को इन खनिजों की सप्लाई नहीं देगा।
रेयर अर्थ मिनरल्स क्यों हैं अहम?
रेयर अर्थ मिनरल्स में लैंथेनम, नियोडिमियम, यूरोपियम जैसे तत्व शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक कार, कंप्यूटर चिप्स, सैन्य उपकरण और ग्रीन एनर्जी में होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर चीन ने निर्यात रोका तो इलेक्ट्रॉनिक और ऑटो इंडस्ट्री को गंभीर नुकसान हो सकता है।
ट्रंप का चीन पर गुस्सा और बयान
ट्रंप ने कहा, “चीन के निर्णय से वैश्विक सप्लाई और देशों की आर्थिक सुरक्षा प्रभावित होगी। यह नैतिक अपमान है और उसकी लॉन्गटर्म ट्रेड स्ट्रेटेजी का हिस्सा है। अमेरिका एकतरफा कार्रवाई करेगा और 1 नवंबर से 100% टैरिफ लगाएगा।”
उन्होंने कहा कि इस कदम से अमेरिका चीन पर दबाव बढ़ाएगा, चाहे अन्य देश कुछ भी सोचें।
शी जिनपिंग से मुलाकात पर रोक
इस महीने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में दोनों नेता मिलने वाले थे। ट्रंप ने कहा कि चीन की हालिया कार्रवाइयों के बाद शी जिनपिंग से मिलने का कोई कारण नहीं है।
