सीजी भास्कर, 8 अक्टूबर। स्वदेशी उत्पादों के उपयोग से स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देने और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए बुधवार को चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य विषय (Vocal For Local) रखा गया था। इस अवसर पर कलेक्टर दीपक सोनी ने व्यापारिक संगठनों और उद्योग प्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि स्थानीय उत्पादों के उपयोग से न केवल जिले की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि पारंपरिक कारीगरों और ग्रामीण उद्योगों को भी नई दिशा मिलेगी।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए स्वदेशी उत्पादों (Vocal For Local) को अपनाने का आह्वान किया है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी लगातार प्रदेशवासियों से स्थानीय उद्योगों और घरेलू वस्तुओं के उपयोग पर ज़ोर दे रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि व्यापारी वर्ग जिले की आर्थिक गतिविधियों की रीढ़ हैं, और उनके सहयोग से आशातीत परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
स्थानीय उद्योगों को मिलेगा नया अवसर
कलेक्टर ने कहा कि जिले के कुटीर उद्योग, स्व सहायता समूह की महिलाओं और स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को बढ़ावा देना बेहद आवश्यक है। इससे लोकल इकॉनमी मजबूत होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ने से न केवल आर्थिक विकास होगा बल्कि पारंपरिक कला, संस्कृति और शिल्प को भी संरक्षण मिलेगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन, व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर (Vocal For Local) ब्रांड को सशक्त बनाएगा, जिससे उपभोक्ताओं में स्थानीय उत्पादों के प्रति विश्वास और आकर्षण दोनों बढ़ें।
व्यापारियों ने रखे सुझाव
बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन ने कहा कि व्यापारियों और प्रशासन के सामूहिक प्रयास से जिले की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई दी जा सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्थानीय बाजारों में उत्पाद प्रदर्शनियों का आयोजन, बेहतर पार्किंग और स्वच्छता व्यवस्था की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों ने भी प्रशासन से आग्रह किया कि जिला स्तर पर स्वदेशी उत्पादों (Vocal For Local) की प्रदर्शनी लगाई जाए, ताकि उपभोक्ताओं को स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता का पता चल सके।
कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर ऐसी नीतियां बनाएगा, जिनसे स्थानीय उत्पादन और खपत को समान रूप से प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में “लोकल मार्केट डे” जैसे अभियान चलाए जाएंगे, जहां केवल स्थानीय उत्पादों की बिक्री होगी।