सीजी भास्कर, 20 मार्च । छत्तीसगढ़ के प्रमुख घोटालों से जुड़े आरोपियों ( Ranu Sahu Bail Rejected) के लिए बुधवार का दिन महत्वपूर्ण रहा। रायपुर की अदालत में कस्टम मिलिंग और DMF मामले में जमानत पर सुनवाई हुई। शराब घोटाले के मामले में रायपुर की जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से EOW के अधिकारियों ने पूछताछ की, जो लगभग 3 से 4 घंटे तक चली, लेकिन अधिकारियों को कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिली।
कोर्ट ने कस्टम मिलिंग मामले में रोशन चंद्राकर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। वहीं, DMF घोटाले में निलंबित आईएएस रानू साहू की जमानत याचिका भी अस्वीकृत कर दी गई है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने कहा कि DMF मामले में पहले से रायपुर की जेल में बंद रानू साहू ( Ranu Sahu Bail Rejected), सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, माया वारियर और मनोज द्विवेदी को 2 अप्रैल तक न्यायिक रिमांड पर रखा जाएगा। इनकी जेल से रिहाई की संभावना फिलहाल नहीं है।
जेल में रही गहमा-गहमी ( Ranu Sahu Bail Rejected)
रायपुर की जेल में बुधवार को काफी हलचल देखने को मिली। दरअसल, यहां ED के शराब घोटाले के मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा बंद हैं। उनसे मिलने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट पहुंचे थे। इसी दौरान EOW के अधिकारी भी लखमा से पूछताछ के लिए पहुंचे।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, शराब घोटाले में सरकारी आदेश जारी करने, कमीशन के उपयोग, पैसे के लेन-देन, और अधिकारियों तथा मंत्रियों की भूमिकाओं के बारे में लखमा से सवाल पूछे गए।
लखमा ने अधिकांश सवालों के जवाब में “पता नहीं” या “भूल गया” कहा। EOW के अधिकारी सुबह 12 बजे जेल में दाखिल हुए और शाम 5 बजे के आसपास बाहर आए। ईओडब्ल्यू की टीम को 19 और 20 मार्च को फिर से पूछताछ करने की अनुमति मिली है और 20 को एक बार फिर से पूछताछ के लिए टीम जा सकती है।