सीजी भास्कर, 16 अप्रैल : बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल की फिल्म “जाट” (Jaat) विवादों में फंस गई है। फिल्म के एक दृश्य, जो चर्च में फिल्माया गया है, पर सवाल उठाए गए हैं। क्रिश्चियन समुदाय ने इस पर आपत्ति जताई है, जिसमें रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर खून-खराबा करते हुए नजर आ रहे हैं। समुदाय ने एक अल्टीमेटम देते हुए दो दिन का समय मांगा है, और चेतावनी दी है कि यदि कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे अपने विरोध को और अधिक तीव्रता से आगे बढ़ाएंगे।
ईसाई समुदाय ने मंगलवार को सिनेमाघरों का घेराव करने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर इसे रोक दिया। इसके बाद, समुदाय ने जॉइंट पुलिस कमिश्नर को एक मांग पत्र सौंपा, जिसमें फिल्म पर रोक लगाने की अपील की गई है।
क्रिश्चियन समुदाय का कहना है कि 10 अप्रैल को जाट (Jaat) फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई, जिसमें मुख्य भूमिकाओं में सनी देओल, रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार सिंह हैं। इस फिल्म के निर्देशक गोपीचंद मालिनीनी और निर्माता नवीन मालिनीनी हैं। यह फिल्म मैत्री मूवी मेकर्स और टीजी विश्व प्रसाद के तहत पीपल मीडिया फैक्ट्री के बैनर तले रिलीज की गई है।
इस फिल्म (Jaat) के एक दृश्य में चर्च के अंदर प्रार्थना कर रही समुदाय को दिखाया गया है, जहां पवित्र पुलपट के ऊपर जीसस क्राइस्ट की तस्वीर के नीचे रणदीप हुड्डा खड़े हैं। इस सीन में चर्च के भीतर गुंडागर्दी और धमकाने के दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जो आपत्तिजनक माने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पूरे क्रिश्चियन समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। चर्च के अंदर हमारे अतिपवित्र स्थान पुलपट का अपमान किया गया है। फिल्म में दिखाए गए दृश्यों से यह प्रतीत होता है कि भारत में ईसाई धर्म के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश के तहत गुंडागर्दी और दबाव बनाने का प्रयास किया गया है।
क्रिश्चियन समुदाय ने रणदीप हुड्डा और फिल्म की पूरी स्टार कास्ट, निर्देशक, निर्माता, और बैनर के खिलाफ बेअदबी के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने इस फिल्म पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है। समुदाय ने इस संबंध में 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि यदि 2 दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो पूरा समुदाय अपने विरोध को और अधिक तीव्रता से आगे बढ़ाएगा।