जोधपुर , 22 अप्रैल 2025 :
Rajasthan News: महंगाई के दौर में गरीब बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियार बनने की पढ़ाई करना और टीयूशन्स के लिए लाखों रुपए की फीस देना बच्चों के लिए नामुमकिन सा सपना बना हुआ हैं. लेकिन इस दौर में राजस्थान में ऑयल इंडिया प्रग्यान सुपर 30 ने गरीब छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण जगाई है.
जेई मेन्स का रिजल्ट घोषित हो चुका हैं. ऑइल इंडिया सुपर 30 जोधपुर ब्रांच के लगभग 30 छात्रों में से 30 ने इस बार जेई मेन्स में क्वालीफाई किया है. जोधपुर सेंटर लगातार 100 परसेंट रिजल्ट देने में कामयाब रहा है. ऑइल इंडिया सुपर 30 लगातार 16 सालों से ऐसे आर्थिक स्थिति से कमजोर गरीब बच्चों के सपने पूरे कर रहा है. उन बच्चों के लिए आईआईटी के लिए जेई मेन्स क्वालीफाई एक सपना था. महंगी ट्यूशन फीस और पढ़ाई का खर्च गरीब छात्रों के लिए आईआईटी में इंजीनियर बनने के सपने को हकीकत से दूर कर रहा था.
उन बच्चों के सपने को पूरा करने का जिम्मा उठाकर ऐसे बच्चों को आईआईटी में सिलेक्शन कराने की पूरी तैयारी साल भर ऑइल इंडिया सुपर 30 अपने खर्चे पर करवाता है. जिसके बाद रिजल्ट की बारी आती है. तो सुपर 30 हर बार की तरह 100 परसेंट रिजल्ट देने में कामयाब होता रहा है.
सपनों को मिले पंख
ऑइल इंडिया सुपर 30 इंस्टिट्यूट देशभर में फैला हुआ हैं. अलग अलग स्टेट में कार्य करते हैं . एक स्टेट से करीब 30 गरीब होनहार बच्चों को लिया जाता हैं. इन छात्रों की एक साल तक की पढ़ाई, रहने और खाने का पूरा खर्च खुद उठाती है, ताकि किसी भी प्रतिभा को संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रहना पड़े.
ग्रामीण सरकारी स्कूलो से गरीब बीपीएल व होनहार बच्चों को सुपर 30 की एक टीम सेलेक्ट करती हैं फिर सभी सेलेक्ट बच्चों में से करीब 30 बच्चों को सुपर 30 इंस्टिट्यूट में लिया जाता हैं . बच्चों को बहुत ही हेल्थी इनवायरमेंट दिया जाता हैं.
आर्थिक मुश्किलों के बावजूद जीत
सुपर 30 जोधपुर ब्रांच में कुल 30 बच्चे शामिल थे, जिनका पारिवारिक बैकग्राउंड आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. किसी के माता-पिता खेतों में मजदूरी करते हैं, तो कोई पत्थर तोड़ने का काम करता है. कुछ बच्चों के परिवार सिलाई का काम करते हैं या फिर छोटे-मोटे सामान बेचकर जीवन यापन करते हैं. कई ऐसे भी हैं जो रेहड़ी लगाकर गुज़ारा करते हैं. इन सबके बीच इन बच्चों ने मेहनत और लगन से अपने सपनों को उड़ान दी है.
देशभर में गरीब व बीपीएल परिवार वाले बच्चों का आईआईटी का सपना सच करने वाला सुपर 30 इंस्टिट्यूट की नीव की शुरुआत वर्ष 2010 में पूर्व डीआईजी अभयानंद सर ने रखी थी. इस पहल का उद्देश्य था कि देश के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रहने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को सरकारी स्कूलों से चिन्हित कर उन्हें मुफ्त में आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की तैयारी करवाई जाए, ताकि आर्थिक स्थिति उनकी तरक्की में रुकावट न बने.