सीजी भास्कर, 23 अप्रैल। Vinay Singh Murder Case Update: झारखंड के जमशेदपुर में क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के बाद क्षत्रिय समाज न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर है। उनका अंतिम संस्कार बर्निंग घाट पर हुआ, जिसमें खुद करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत (Raj Shekhawat) भी पहुंचे।
अंतिम संस्कार के बाद राज शेखावत पैदल ही SP कार्यालय पहुंचे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल से मुलाकात की।
करणी सेना ने साफ कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दिया गया 48 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त हो चुका है, अब समय है कार्रवाई का। राज शेखावत ने बताया कि उन्होंने पुलिस प्रशासन के सामने साफ शब्दों में अपनी मांग रखी है कि अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और विनय सिंह के परिवार को सुरक्षा दी जाए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विनय सिंह न केवल करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे बल्कि प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे। उनकी हत्या को धोखे से अंजाम दिया गया, जो सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, पूरे समाज पर हमला है। प्रशासन की ओर से आश्वासन मिला है कि एक सप्ताह के भीतर दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
राज शेखावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक हफ्ते में गिरफ्तारी नहीं होती है तो देश भर के क्षत्रिय समाज के लोग जमशेदपुर पहुंच कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेंगे और फिर पूरा शहर देखेगा क्षत्रियों की ताकत क्या होती है।
करणी सेना ने क्या की है मांग?
करणी सेना की ओर से पहली और सबसे अहम मांग है कि विनय सिंह के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए और यदि कानून अनुमति दे, तो उनका एनकाउंटर सुनिश्चित किया जाए ताकि समाज में एक कड़ा संदेश जाए।
दूसरी मांग यह है कि इस जघन्य हत्या की निष्पक्ष जांच के लिए मामले को CBI या NIA को सौंपा जाए, ताकि कोई राजनीतिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप न हो।
इसके आलावा, विनय सिंह की पत्नी को एक स्थायी सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है, जिससे उनका परिवार आत्मनिर्भर बन सके. साथ ही उनके बच्चों की शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी सरकार को उठाने की अपील की गई है।
करणी सेना ने यह भी आग्रह किया है कि मृतक के परिवार को 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
संगठन की ओर से भी आर्थिक सहयोग का वादा किया गया है, ताकि शोक संतप्त परिवार को कुछ राहत मिल सके। ये सभी मांगे न्याय, सुरक्षा और सामाजिक सम्मान से जुड़ी हुई हैं।