सीजी भास्कर, 24 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के चिल्फी थाना क्षेत्र अंतर्गत मंदीभांठा में जंगली कुत्तों (Wild Dogs) का आतंक एक बार फिर सामने आया है। इस बार शिकार बने हैं ग्रामीण शिवचरण यादव के 11 बकरा-बकरियां, जिनकी दर्दनाक मौत से पूरे क्षेत्र में पशुपालकों के बीच दहशत का माहौल है।
यह घटना आरएफ 382 जंगल क्षेत्र में हुई, जहां जानवर चराने गए शिवचरण की बकरियों पर अचानक जंगली कुत्तों (Wild Dogs) का झुंड टूट पड़ा।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार हमले की घटना इतनी भयावह थी कि 11 में से कोई भी जानवर बच नहीं पाया। कुछ बकरियों की मौके पर ही चीखों के बीच तड़प-तड़पकर मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि जंगल क्षेत्र में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस बार नुकसान बेहद बड़ा है।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल जांच शुरू कर दी गई। इस संबंध में तरेगांव जंगल रेंज के रेंजर मनीष सिंह ने बताया कि पालतू जानवरों की जंगली जानवरों के हमले में मौत होने पर मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। हम इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई करेंगे और प्रभावित पशुपालक को राहत दिलाने का प्रयास करेंगे।
ग्रामीणों की मानें तो जंगल क्षेत्र में इन दिनों जंगली कुत्तों (Wild Dogs) का मूवमेंट बढ़ गया है। अक्सर छोटे जानवरों पर हमला किया जा रहा है, लेकिन इस बार का हमला चरवाहों के लिए बड़ा झटका है। शिवचरण यादव ने बताया कि ये सभी बकरा-बकरियां उनकी आय का मुख्य साधन थीं। उन्होंने कहा अब मेरे पास कुछ नहीं बचा, जैसे जिंदगी की कमाई उजड़ गई हो।
स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से अनुरोध किया है कि जंगली जानवरों की बढ़ती गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। साथ ही प्रभावित किसान को शीघ्र मुआवजा देने की मांग भी की गई है, ताकि वह फिर से अपने जीवन को पटरी पर ला सके।