RKM Power Plant Accident (आरकेएम पावर प्लांट हादसा) की खबर ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती ब्लॉक अंतर्गत ग्राम उच्च पिंडा स्थित इस पावर प्लांट में मंगलवार देर रात यह दर्दनाक घटना हुई। मरम्मत कार्य के दौरान मजदूरों को ऊपर ले जा रही लिफ्ट अचानक टूटकर नीचे गिर गई। हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा?
मजदूर देर रात बॉयलर मशीन की मरम्मत के लिए ऊंचाई पर जा रहे थे। तभी अचानक लिफ्ट का स्टील वायर टूट गया और पूरी लिफ्ट नीचे आ गिरी। गिरने की तीव्रता इतनी भयावह थी कि दो मजदूरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। तीसरे मजदूर ने इलाज के दौरान अस्पताल में आखिरी सांस ली। RKM Power Plant Accident की यह त्रासदी मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
घायलों की हालत नाजुक
लिफ्ट गिरने से घायल हुए मजदूरों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि कुछ की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और उन्हें बेहतर उपचार के लिए रेफर किया जा सकता है। घटना के बाद मजदूरों के बीच अफरा-तफरी मच गई और पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
हादसे की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी हरीश यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुष्टि की कि RKM Power Plant Accident में तीन लोगों की मौत हुई है और सात से अधिक मजदूर घायल हैं। पुलिस ने घटनास्थल को घेरकर जांच शुरू कर दी है। वहीं मौके पर तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
मजदूरों का आरोप – लापरवाही की वजह से हादसा
स्थानीय मजदूरों ने आरोप लगाया कि यह दुर्घटना प्लांट प्रबंधन की गंभीर लापरवाही का नतीजा है। उनका कहना है कि लिफ्ट की तकनीकी जांच लंबे समय से नहीं की गई थी और सुरक्षा नियमों का पालन भी ढंग से नहीं हो रहा था। RKM Power Plant Accident के बाद मजदूरों में गुस्सा साफ झलक रहा है और प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जांच और मुआवजे की घोषणा
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने और घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी मजदूरों की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है।