सीजी भास्कर, 26 अगस्त : छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए आज अहम कदम उठाया गया। बिलासपुर के शासकीय सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के बीच (AIIMS Raipur MoU) साइन किया गया। इस समझौते से प्रदेश के मरीजों को अपने ही शहर में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की प्राथमिकता है कि हर जिले में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों। इस दिशा में हुआ यह (AIIMS Raipur MoU) स्वास्थ्य क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भानु प्रताप सिंह ने बताया कि इस सहयोग से बिलासपुर के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को एम्स से प्रशिक्षण और नई तकनीक सीखने का अवसर मिलेगा। इससे अस्पताल की रिसर्च क्षमता और उपचार गुणवत्ता दोनों बढ़ेंगी। एम्स रायपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. अशोक जिंदल ने कहा कि एम्स, बिलासपुर अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ को क्लीनिकल ट्रेनिंग, संकाय आदान-प्रदान, टेलीमेडिसिन और शोध में सहयोग करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि यह (AIIMS Raipur MoU) प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को नई दिशा देगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का स्पष्ट लक्ष्य है कि लोगों को बड़े शहरों पर निर्भर हुए बिना अपने ही जिले में उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलें। इस समझौते से आम नागरिकों को सीधा फायदा होगा। इस मौके पर एम्स रायपुर और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बिलासपुर के कई डॉक्टर मौजूद रहे। सभी ने इसे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ऐतिहासिक पहल माना। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में यह (AIIMS Raipur MoU) प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।