सीजी भास्कर 8 दिसम्बर EPFO Pension Interest Rule: PF में ब्याज मिलता है, लेकिन EPFO Pension वाले हिस्से में क्या होता है? जानिए असली नियम
नौकरीपेशा लोगों की मासिक सैलरी से कटने वाला PF अक्सर उन्हें एक सुरक्षित भविष्य का भरोसा देता है। हर महीने जमा होने वाला यह पैसा समय के साथ बढ़ता जाता है और उस पर सरकार की ओर से तय ब्याज भी लगता है। लेकिन, जैसे ही बात आती है पेंशन वाले हिस्से (EPFO Pension) की, वहां एक सवाल अचानक खड़ा हो जाता है—क्या यहां भी वही ब्याज मिलता है?
जवाब सुनकर बहुत लोग चौंक जाते हैं, क्योंकि पेंशन के फंड पर ब्याज नहीं जोड़ा जाता।
EPFO Pension Interest Rule: EPF और EPS Scheme के बीच कैसे बंटता है पैसा, समझें पूरी कहानी
आपकी सैलरी से कटने वाला 12% योगदान पूरा का पूरा EPF खाते में जाता है। लेकिन कंपनी का 12% योगदान दो हिस्सों में बंटता है—
- 3.67% EPF में
- 8.33% EPS Scheme (EPS Scheme) में
यही वह हिस्सा है जहां से पेंशन बनती है, और इसी पर कोई ब्याज नहीं मिलता। यह जमा राशि बैंक अकाउंट की तरह बढ़ती नहीं, बल्कि एक कॉमन ‘पूल फंड’ में जाती है, जिससे आगे चलकर पेंशन दी जाती है।
EPFO Pension Interest Rule: जब ब्याज नहीं मिलता तो पेंशन कैसे तय होती है? EPS Pension Formula से साफ हो जाएगी तस्वीर
EPS की सबसे खास बात यह है कि यहां ब्याज का कोई रोल ही नहीं है। इसके बजाय पेंशन एक फॉर्मूले से तय होती है—
(पेंशन योग्य वेतन × सर्विस के कुल साल) / 70
(EPS Pension Formula)
यहां वेतन की अधिकतम सीमा फिलहाल 15,000 रुपये तय है। यानी आपकी सैलरी इससे ज्यादा भी हो, फॉर्मूला सिर्फ 15,000 रुपये को ही बेस मानता है।
उदाहरण के तौर पर, अगर किसी व्यक्ति ने 35 साल की नौकरी की है, तो मौजूदा नियमों के अनुसार उसे लगभग 7,500 रुपये तक की मासिक पेंशन मिल सकती है।
पेंशन पाने के लिए 10 साल की सर्विस और 58 वर्ष की उम्र दोनों जरूरी हैं।
मिनिमम पेंशन को बढ़ाकर 7,500 रुपये करने की चर्चा पर लगा विराम
कुछ समय पहले यह चर्चा पूरे देश में तेज थी कि न्यूनतम पेंशन को 1,000 रुपये से सीधा 7,500 रुपये करने की तैयारी चल रही है। कई पेंशनर्स उम्मीदें लगाए हुए थे कि यह बदलाव लागू हो सकता है। अक्टूबर 2025 में इस विषय पर काफी हलचल भी देखी गई।
लेकिन 1 दिसंबर 2025 को लोकसभा में सरकारी जवाब ने स्थिति साफ कर दी। सरकार ने कहा कि इस समय पेंशन राशि बढ़ाने का कोई प्रस्ताव विचार में नहीं है। बिना किसी नए फंडिंग मॉडल के पेंशन बढ़ाना फंड की स्थिरता के लिए जोखिम पैदा कर सकता है।
सरकार का कहना है कि वह कर्मचारियों को लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन आर्थिक संतुलन बिगाड़े बिना यह बदलाव करना संभव नहीं है।
EPFO Pension Interest Rule: अभी की स्थिति: PF बढ़ रहा है, पेंशन पुराने फॉर्मूले पर ही चलेगी
PF अकाउंट में ब्याज मिलता रहेगा और वह राशि आगे भी कंपाउंडिंग से बढ़ती रहेगी।
लेकिन EPS वाले हिस्से में जमा पैसा स्थिर रहता है और पेंशन केवल फॉर्मूले के आधार पर तय होगी।
इसलिए कर्मचारी जितनी लंबी सर्विस करेंगे और जितना अधिक योगदान होगा, पेंशन उतनी ही बेहतर मिलेगी—भले ही ब्याज इसमें न लगता हो।


