सीजी भास्कर 24 अगस्त
आगरा।
उत्तर प्रदेश के आगरा में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और ड्रग विभाग ने नकली दवाओं के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई के दौरान हेमा मेडिको के मालिक हिमांशु अग्रवाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
चौंकाने वाली बात यह रही कि छापेमारी रोकने के लिए उसने अधिकारियों को 1 करोड़ रुपये रिश्वत देने की कोशिश की।
24 घंटे चली छापेमारी
अधिकारियों के अनुसार, यह ऑपरेशन शुक्रवार से शुरू हुआ और लगातार 24 घंटे चला। इस दौरान 2.50 करोड़ रुपये से अधिक की नकली दवाएं जब्त की गईं। सिर्फ पहले दिन ही लगभग 1 करोड़ रुपये की दवाएं बरामद हुई थीं।
जिन कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं तैयार की जा रही थीं, उनमें Glenmark, Zydus, Sun Pharma और Sanofi जैसी दिग्गज फार्मा कंपनियां शामिल हैं।
लाखों टैबलेट जब्त
टीम को छापेमारी में Allegra 120mg की करीब 2.97 लाख टैबलेट्स मिलीं, जिन्हें तुरंत जब्त कर लिया गया। इसके अलावा कुल 14 सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अधिकारियों को आशंका है कि ये सभी दवाएं फर्जी और नकली हैं।
11 राज्यों में फैला नेटवर्क
जांच में खुलासा हुआ कि यह कारोबार केवल आगरा तक सीमित नहीं था। नकली दवाओं का यह जाल चेन्नई से लेकर लखनऊ तक फैला हुआ था और 11 राज्यों में सक्रिय था।
बरामद नकदी की मात्रा इतनी अधिक थी कि उसे गिनने के लिए अधिकारियों को मशीन मंगवानी पड़ी।
पूछताछ जारी
फिलहाल हिमांशु अग्रवाल STF और ड्रग विभाग की हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। इस मामले में जुड़े और लोगों तक पहुंचने के लिए बंसल मेडिकल स्टोर पर भी छापेमारी जारी है।
अधिकारियों का मानना है कि जांच आगे बढ़ने पर और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।