सीजी भास्कर, 4 जुलाई। human trafficking Bihar : बिहार में शादी का झांसा कर लड़कियों को मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के मानव तस्करों के हाथों बेचा जा रहा है। जून में दानापुर (पटना) थाने में अपहृत लड़की की बरामदगी और आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद जांच में ये बातें सामने आई हैं। इसी प्रकार का मामला किशनगंज और बेगूसराय जिले में भी पाया गया है, जहां पीड़िता को मुक्त कराकर मानव तस्करों की गिरफ्तारी की गई है।
सीआइडी के एडीजी अमित कुमार जैन ने बताया कि दानापुर में दर्ज कांड के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। पूरे सिंडिकेट के पर्दाफाश के लिए पटना (पश्चिम) के सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है। यह एसआइटी जल्द ही दूसरे राज्यों में भी जाकर पूरे मामले की जांच करेगी। इस तरह की मानव तस्करी कई चरणों में होती है। मानव तस्करों का एक समूह शादी कर लड़कियों को राज्य के बाहर ले जाता है। दूसरा समूह उसके परिवहन की जिम्मेदारी लेता है। इसके बाद उनके रहने से लेकर बेचे जाने तक अलग-अलग समूह काम करते हैं।
कांवरिया के वेश में मानव तस्करी, रेल पुलिस अलर्ट : मानव तस्कर पर्व-त्योहार के समय ट्रेनों में बढ़ी भीड़ का इस्तेमाल मानव तस्करी के लिए करते हैं। खासकर सावन के महीने में नाबालिग बच्चों-बच्चियों को कांवरियों की तरह वेश-भूषा पहनाकर ट्रेन से सफर करते हैं, ताकि पुलिस को धोखा दिया जा सके। ऐसे में रेल पुलिस इसको लेकर पूरी तरह अलर्ट है।
एडीजी (रेल) बच्चू सिंह मीणा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी की। बताया कि मानव तस्कर एक राज्य से दूसरे राज्यों तक पीड़ितों को लाने के लिए रेल नेटवर्क का ही सबसे अधिक इस्तेमाल करते हैं। एडीजी ने बताया कि आरपीएफ, जीआरपी ने पिछले साल 710 बच्चों, महिलाओं और लोगों को मुक्त कराया है, जबकि इस साल जून तक 199 को मुक्त कराकर स्वजन या स्वयंसेवी संस्थानों के सुपुर्द किया है।