पिछले साल ब्रिटिश राजधानी में लगभग 80 हजार फोन चोरी हुए
दो सप्ताह के अभियान में पुलिस को दो हजार चोरी के फोन और दो लाख पाउंड नकद मिले
सीजी भास्कर, 17 अक्टूबर। उत्तरी लंदन की एक सड़क पर पुलिस की गाड़ी आते ही सायरन बजने लगे और हैरान राहगीर ठिठककर देखने लगे। कुछ ही देर में पुलिस अधिकारी तीन सेकेंड हैंड मोबाइल दुकानों में जा घुसे। एक अधिकारी (London Mobile Theft) ने दुकानदार से पूछा, “क्या आपके परिसर में तिजोरी है, महोदय?” दुकानदार अपने कंप्यूटर के पास बैठा था, हाथ में आधी पी हुई चाय का कप लिए हुए। पुलिस ने दो तिजोरियों की तलाशी ली, जिनमें फोन, नकदी और दस्तावेज बरामद हुए।
इस छापेमारी को देखने के लिए न्यूयॉर्क टाइम्स को भी आमंत्रित किया गया था। पिछले महीने लंदन में इस तरह की कई कार्रवाइयाँ की गईं। दरअसल, पिछले कुछ वर्षों से (London Mobile Theft) ब्रिटिश राजधानी मोबाइल चोरी का वैश्विक केंद्र बन चुकी है। लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए हर संभव उपाय कर रही है, लेकिन पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अब “काफी देर हो चुकी है।”
चार्ल्स डिकेंस ने अपने उपन्यास ओलिवर ट्विस्ट में लंदन की पाकेटमारी को विश्व प्रसिद्ध बना दिया था, लेकिन आज अपराध का यह स्वरूप कहीं आगे बढ़ चुका है। नकाबपोश और ई-बाइक पर सवार तेज-तर्रार चोर (London Mobile Theft) अब स्थानीय लोगों और पर्यटकों से फोन छीनने में माहिर हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि पिछले साल शहर में लगभग 80,000 मोबाइल फोन चोरी हुए, जिससे लंदन को यूरोप की “फोन चोरी की राजधानी” का अवांछनीय तमगा मिला है।
हालिया पुलिस छापेमारी का उद्देश्य उन बिचौलियों के नेटवर्क की पहचान करना था जो चोरी के फोन को सेकेंड हैंड बाजारों में बेचते हैं। पुलिस के मुताबिक यह समूह एक अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क का हिस्सा है, जो सेकेंड हैंड मोबाइल दुकानों का इस्तेमाल अवैध कारोबार के लिए करता है। दो सप्ताह चले इस (London Mobile Theft) अभियान में पुलिस ने लगभग 2,000 चोरी के फोन और करीब 2 लाख पाउंड नकद बरामद किए।
कई सालों तक पुलिस यह मानती रही कि अधिकांश फोन चोरी स्थानीय छोटे-मोटे अपराधियों द्वारा की जाती है, जो जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं। लेकिन पिछले साल दिसंबर में एक महिला की शिकायत ने पुलिस की सोच बदल दी। महिला ने “फाइंड माई आइफोन” की मदद से अपने चोरी हुए फोन को हीथ्रो हवाई अड्डे (London Mobile Theft) के पास एक गोदाम में ट्रैक किया। जब क्रिसमस की पूर्व संध्या पर पुलिस वहां पहुंची, तो उसे हांगकांग जाने वाले कुछ बॉक्स मिले, जिन पर बैटरी का लेबल था – लेकिन उनके अंदर लगभग एक हजार चोरी किए गए आइफोन थे।
लंबे समय तक पुलिस के लिए फोन चोरी एक कम प्राथमिकता वाला अपराध माना जाता था। पर अब जब यह महामारी की तरह फैल चुका है, तो इसके पीछे कई गहरे कारण सामने आ रहे हैं – जिनमें ब्रिटिश पुलिस बजट में भारी कटौती और चीन में यूरोपीय स्मार्टफोनों के लिए बढ़ता हुआ काला बाजार सबसे प्रमुख हैं। यह (London Mobile Theft) सिर्फ लंदन की नहीं, बल्कि एक वैश्विक चिंता बन चुका है।