सीजी भास्कर, 25 अगस्त : बिहार के भागलपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के दौरान यह खुलासा हुआ कि एक पाकिस्तानी महिला फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी कर रही थी (Pakistani Woman Teacher in Bihar)।
पाकिस्तान से आई, बदली पहचान
महिला की पहचान इमराना खातून उर्फ इमराना खानम के रूप में हुई है। गृह (विशेष) विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वह मूल रूप से पाकिस्तानी नागरिक हैं और पिछले पांच दशकों से पहचान बदलकर भागलपुर में रह रही हैं।
उन्होंने बिना भारतीय नागरिकता प्राप्त किए शैक्षणिक परीक्षाएं पास कीं और सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली।
संदिग्ध अटेंडेंस पैटर्न
इमराना खातून वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र स्थित राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय में तैनात हैं। प्रधानाध्यापक अब्दुल के अनुसार, इमराना 23 जुलाई से 16 अगस्त तक मेडिकल लीव पर थीं और 17 अगस्त को स्कूल लौटीं।
लेकिन उनकी ऑनलाइन उपस्थिति की रैंडम जांच में पाया गया कि ज्यादातर फोटो एक जैसे थे और ब्लैकबोर्ड के पीछे ही खींचे गए थे। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि उनका अटेंडेंस पैटर्न संदिग्ध है और इस पर गहन जांच की जानी चाहिए।
2012 से नौकरी, अब हुआ पर्दाफाश
इमराना की नियुक्ति 31 जनवरी 2012 को नारायणपुर प्रखंड के एक स्कूल में हुई थी। इसके बाद 2013 से वह राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय, भागलपुर में कार्यरत हैं।
सूत्रों का कहना है कि उनके खिलाफ समय-समय पर शिकायतें दर्ज हुईं, लेकिन कभी गहन जांच नहीं हुई। जैसे ही इमराना को यह पता चला कि उनकी पाकिस्तानी नागरिकता का मामला उजागर हो गया है, उन्होंने तत्काल छुट्टी ले ली (Pakistani Woman Teacher in Bihar)।