सीजी भास्कर, 11 अक्टूबर। सांप निकलने की दो अलग-अलग घटनाओं से लोगों में दहशत (Snake Rescue Korba) फैल गई। पहली घटना एसईसीएल स्थित आत्मानंद पब्लिक स्कूल की है, जहां नौवीं कक्षा के क्लासरूम में शनिवार सुबह करीब 10 बजे 8 फीट लंबा अजगर (Snake Rescue Korba) कुंडली मारकर बेंच के नीचे बैठा मिला। गणित की क्लास चल रही थी, तभी एक छात्रा ने अजगर की फुंकार सुनी और देखते ही देखते क्लासरूम में अफरा-तफरी मच गई। शिक्षक और छात्र तुरंत कमरे से बाहर निकल आए।
मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का है। स्कूल प्रबंधन ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम (Snake Rescue Korba) को सूचना दी। स्नेक कैचर उमेश यादव और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर अजगर को सुरक्षित रूप से पकड़ा और बाद में जंगल में छोड़ दिया। घटना के बाद सभी ने राहत की सांस ली।
दूसरी घटना शुक्रवार देर रात बालको नगर के जामबहार क्षेत्र की है, जहां सुनील उरांव के घर के तबेले में लगभग 5 फीट लंबा जहरीला नाग (कोबरा) दिखाई दिया। ग्रामीणों ने तत्काल सर्प मित्र सोमैया पांडेय और उमेश यादव की टीम को बुलाया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर आक्रामक कोबरा को सुरक्षित रूप से पकड़ा।
सर्प मित्र टीम ने बताया कि यह भारतीय कोबरा (इंडियन स्पेक्टेकल्ड कोबरा) प्रजाति का सांप है, जिसके जहर में न्यूरोटॉक्सिक तत्व (Snake Rescue Korba) पाए जाते हैं। टीम ने वन विभाग को सूचना देकर कोबरा को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। मकान मालिक ने बताया कि उन्होंने तबेले में रखे बर्तनों के पास हलचल देखी, तो सांप नजर आया और तुरंत मदद बुलाई।
सर्प मित्रों की सतर्कता से टली बड़ी दुर्घटना
दोनों ही मामलों में सर्प मित्रों और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से कोई जनहानि नहीं हुई। टीम ने लोगों से अपील की है कि ऐसे हालात में खुद से सांप को पकड़ने की कोशिश न करें, बल्कि वन विभाग या प्रशिक्षित सर्प मित्रों को तुरंत सूचना दें।