सीजी भास्कर, 2 मार्च |
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में उरगा थानांतर्गत गांव से लगे जंगल के बीच खेत में एक ग्रामीण की लाश मिली है। उसके शव के एक से अधिक टुकड़े मिले हैं। पास में रखे पैरा में खून के निशान हैं। ग्रामीण की मौत कैसे हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस मर्ग कायम कर घटना की जांच कर रही है। मृतक की पहचान बुधवार सिंह उम्र 40 वर्ष से की गई है जो उरगा थानांतर्गत ग्राम साजापानी का रहने वाला था।
चार दिन से था लापता
बताया जाता है कि बुधवार सिंह चार दिन से लापता था। परिवार के सदस्य और परिजन खोजबीन कर रहे थे लेकिन उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। इसी बीच गांव में रहने वाले ठंडाराम नाम के चरवाहे ने खेत में एक लाश देखी लेकिन उसने घटना के तत्काल बाद गांव वालों को जानकारी नहीं दिया। दो दिन बाद उसने मृतक के भतीजे शोभराम को इससे अवगत कराया। शोभराम घटना स्थल पर पहुंचा।
उसने मृतक की पहचान की और गांव के कोटवार को घटना के बारे में बताया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही उरगा थाना से पुलिस की एक टीम घटना स्थल के लिए रवाना हुई। जांच में मदद के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट को भी बुलाया गया।
मौत का कारण स्पष्ट नहीं
पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंचे। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि घटना कैसे हुई। ग्रामीण की हत्या हुई है या उसकी मौत के पीछे कुछ अन्य कारण हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। बताया जाता है कि बुधवार सिंह की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। दूसरी पत्नी भी दो माह पहले छोड़कर चली गई थी। उसका पुत्र रोजी-मजदूरी करने बाहर गया हुआ है। बुधवार घर में रहता था। उसे नशे की लत थी।
घटना कैसे हुई इसे लेकर गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है। ग्रामीण मान रहे हैं कि घटना के पीछे बड़ी साजिश हो सकती है। किसी ने बुधवार की हत्या की होगी। इधर उरगा पुलिस का कहना है कि इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है। सबूतों के आधार पर जल्द आगे की कार्यवाही की जाएगी।