सीजी भास्कर, 20 जून। तान्या त्यागी पढ़ाई करने के मकसद से कनाडा गई थी। वो कनाडा की कैलगरी यूनिवर्सिटी में पढ़ती थी। वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने जानकारी दी कि 17 जून को तान्या त्यागी की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई है। हालांकि, अभी तक मौत की वजह सामने नहीं आई है और जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि भारत के कई स्टूडेंट्स दुनिया के कई देशों में पढ़ने के लिए जाते हैं। हाल ही में सामने आया कि दिल्ली से पढ़ाई करने के लिए तान्या कनाडा गई, जहां उसकी मौत हो गई है। वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास (Consulate General) ने गुरुवार को कहा कि कनाडा में कैलगरी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली दिल्ली की एक छात्रा की मृत्यु हो को गई है।
साथ ही इस बात की जानकारी दी गई है कि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि तान्या की मौत की वजह क्या है। बताया गया है कि तान्या त्यागी की अचानक मृत्यु हो गई.छात्रा की मौत के बाद कांसुलेट ने कहा, तान्या त्यागी की हुई अचानक मौत से हम सभी काफी दुखी है। हम अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और हम परिवार को हर तरह की सहायता देंगे।
बयान में आगे कहा गया, हमारी संवेदनाएं और उनके परिवार और मृतक के दोस्तों के साथ हैं।
अचानक मौत से उठ रहे सवाल
तान्या त्यागी की अचानक कनाडा में हुई मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह ही है कि छात्रा की मौत कैसी हुई? किन हालातों में हुई? मौत के वक्त उसके आस-पास कौन था?
मौत का पता कैसे लगा? इन सभी सवालों का जवाब ढूंढने के लिए जांच की जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक तान्या त्यागी की मौत की वजह या किन हालातों में मौत हुई इसके बारे में डिटेल नहीं बताई है।
सामने आया एक पोस्ट
इस केस की गुत्थी और भी उलझ गई है क्योंकि सोशल मीडिया पर एक अनवेरिफाइड पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि तान्या की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। इस पोस्ट में पीएमओ को टैग किया गया है और मदद की गुहार लगाई गई है।
पोस्ट में यह भी कहा गया है कि परिवार पीएम मोदी से उनकी बेटी की बॉडी को देश वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं।
अनवेरिफाइड पोस्ट में कहा गया, तान्या त्यागी पढ़ाई करने के लिए कनाडा गई थी। वो दिल्ली की रहने वाली थी, जोकि 559/11डी, लेन नंबर 12, विजय पार्क एरिया में रहती थी। 17 जून, 2025 को दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। छात्रा के परिवार ने उसके शरीर को वापस लाने में मदद के लिए पीएम मोदी से अपील की है।
सुदीक्षा कोणंकी केस
ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी भारतीय स्टूडेंट की विदेश में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई हो। इससे पहले भी ऐसा ही एक केस सामने आया था। जहां डोमिनिकन गणराज्य में छुट्टी मनाने गई सुदीक्षा कोणंकी संदिग्ध हालातों में गायब हो गई।
इस साल मार्च में, 20 साल की सुदीक्षा गायब हो गई थी और फिर वो नहीं मिली। भारतीय मूल की सुदीक्षा वर्जीनिया के चैन्टिली की प्रमानेंट अमेरिकी निवासी थी। सुदीक्षा पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी की छात्रा थी, उसे आखिरी बार 6 मार्च की सुबह रिउ पुंटा काना होटल के समुद्र तट पर देखा गया था। उसके बाद लगातार जांच करने के बाद भी सुदीक्षा नहीं मिली।
हालांकि, सुदीक्षा के बाद अब तान्या त्यागी का केस सामने आया है, जिसमें भी मौत की वजह का पता नहीं लग पाया है। हालांकि, मामले में जांच जारी है।