नई दिल्ली/मुंबई, 24 जून 2025:
सप्ताह के पहले ही दिन भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। कमजोर ग्लोबल संकेत और निवेशकों की व्यापक बिकवाली के कारण सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा गिर गया और निफ्टी 50 भी 25 हजार के नीचे फिसल गया। इस गिरावट ने सिर्फ 15 मिनट में निवेशकों की जेब से करीब 3 लाख करोड़ रुपये निकाल लिए।
कैसा रहा आज बाजार का हाल?
सेंसेक्स ने पिछले सत्र के 82,408.17 के मुकाबले 81,704.07 पर कमजोर शुरुआत की और फिर लगातार गिरते हुए 81,488.54 तक पहुंच गया — यानी 1% से ज्यादा की गिरावट।
इसी तरह निफ्टी ने भी 25,112.40 के मुकाबले 24,939.75 पर शुरुआत की और जल्दी ही 24,834.55 के निचले स्तर तक जा पहुंचा।
मिडकैप और स्मॉलकैप में भी भारी दबाव
बाजार की गिरावट सिर्फ लार्जकैप शेयरों तक सीमित नहीं रही।
BSE मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी लगभग 1% तक की गिरावट देखी गई।
BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 448 लाख करोड़ से गिरकर 445 लाख करोड़ रह गया — यानी केवल पहले 15 मिनट में निवेशकों को करीब 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
क्या हैं गिरावट के पीछे के कारण?
1. अंतरराष्ट्रीय तनाव का असर
अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमले की खबर से वैश्विक बाजारों में तनाव बढ़ा है। इसके कारण सप्लाई बाधित होने की आशंका में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 2% बढ़कर 79 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं।
2. रुपये में कमजोरी
भारतीय रुपया भी आज कमजोर रहा और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे टूटकर 86.72 प्रति डॉलर पर आ गया। इससे आयात महंगा हुआ है और विदेशी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
- बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय तनाव, तेल की बढ़ती कीमतें, और डॉलर के मुकाबले गिरता रुपया फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनाए रख सकते हैं।
- निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे अत्यधिक रिस्क न लें, और मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में ही टिके रहें।
- यह गिरावट शॉर्ट टर्म ट्रेंड को हिला सकती है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह खरीदारी का मौका भी बन सकता है।