सीजी भास्कर, 24 अगस्त। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के लिए राहत भरी खबर है। भादो माह की अच्छी बारिश ने जिले के प्रमुख जल स्रोतों को जीवनदान दिया है।
एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित बांधों में से एक (Gangrel Dam Water Level) अपनी कुल क्षमता का 90% भर चुका है। वर्तमान में इसमें 29.467 टीएमसी पानी है और प्रति सेकंड 7933 क्यूसेक जल आवक बनी हुई है।
यदि यह सिलसिला जारी रहा तो प्रशासन जल्द ही इसके गेट खोलने पर विचार कर सकता है।
वहीं, मुरूमसिल्ली, दुधावा और सोंढूर बांधों में भी जलस्तर में संतोषजनक वृद्धि हुई है, जिससे आने वाले दिनों में किसानों और आम जनता को पानी की किल्लत से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
गंगरेल बांध की जलभराव क्षमता 32.150 टीएमसी है। 23 अगस्त को यह बांध अपनी क्षमता के 90 प्रतिशत तक भर चुका था। इसमें उपयोगी जल 24.396 टीएमसी है, जबकि पांच टीएमसी पानी डेड एरिया में रहता है, जो बांध से बाहर नहीं निकल सकता।
Gangrel Dam Water Level तेजी से बढ़ रहा है, और इसे लबालब भरने के लिए अब केवल दो टीएमसी पानी की आवश्यकता है।
यदि अगले कुछ दिनों में क्षेत्र में अच्छी बारिश होती है, तो बांध के गेट खोलने की संभावना बढ़ जाएगी, जिसका सभी वर्गों को बेसब्री से इंतजार है। दुधावा बांध में 701 क्यूसेक और सोंढूर बांध में 442 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है।
25 अगस्त 2024 को खुले थे गंगरेल के दो गेट
वर्ष 2024 में 25 अगस्त को गंगरेल बांध के दो गेट खोले गए थे। उस समय बारिश की स्थिति ठीक नहीं थी और बांध में केवल 27.988 टीएमसी पानी भरा हुआ था।
बारिश की कमी के कारण किसानों के धान फसल पर सूखे का खतरा मंडरा रहा था।
किसानों की मांग पर जिला प्रशासन ने 25 अगस्त को दो गेटों से 5462 क्यूसेक सिंचाई पानी छोड़ा, जिससे किसानों की फसल को बचाया जा सका।
इसके बाद पुनः बारिश होने पर बांध में जलभराव बढ़ गया था।
बांध– क्षमता—– वर्तमान स्थिति —- कितने प्रतिशत
मुरूमसिल्ली – 5.839 टीएमसी – 4.061 टीएमसी — 68%
दुधावा – 10.192 टीएमसी – 4.662 टीएमसी — 44.87%
सोंढूर – 6.995 टीएमसी – 4.027 टीएमसी — 69%