सीजी भास्कर, 10 मार्च |
बलरामपुर जिले के रामानुजगंज से सटी झारखंड की सीमा पर बसे गोदरमाना गांव में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। पटाखा दुकान में हुए विस्फोट और दम घुटने से दो सगे भाइयों सहित पांच लोगों की मौत हो गई।
यह घटना होली के लिए पटाखों की तैयारी के बीच हुई, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। झारखंड और छत्तीसगढ़ की पुलिस-प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की, लेकिन पांचों की जान नहीं बचाई जा सकी। मृतकों में बच्चे और एक महिला भी शामिल हैं।
पटाखा दुकान में कैसे हुआ हादसा
- सोमवार सुबह करीब 11 बजे गोदरमाना मुख्य बाजार में झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के सामने किराना व्यवसायी कुश गुप्ता (45) ने अपनी दुकान के बाहर पटाखों की चौकी लगाई थी। होली पर्व को देखते हुए उन्होंने पर्याप्त मात्रा में पटाखे रखे थे। रोज की तरह ग्राहकों का आना-जाना शुरू हुआ।
- दुकान में उनकी सहायिका सुशीला केरकेट्टा (18) मौजूद थी। इसी दौरान गांव के बंटी केसरी के दो बेटे, नमन केसरी (9) और भोला केसरी (7), पटाखे खरीदने पहुंचे। वहीं, भंडरिया गांव के अजीत केसरी (32) किराना सामान लेने दुकान में थे। अचानक बाहर रखे पटाखों में धूप से गर्म होकर एक पटाखा फट गया, जिसने पूरी चौकी को आग की चपेट में ले लिया।
- विस्फोट की तेज आवाज से बाजार में हड़कंप मच गया। कुश गुप्ता भागकर अपनी किराना दुकान में घुसे, उनके पीछे सुशीला, नमन, भोला और अजीत भी अंदर चले गए। कुश ने शटर गिरा दिया, लेकिन बाहर से उठने वाला धुआं और गैस दुकान में घुस गया। अंदर रखे कुछ पटाखों के फटने से स्थिति और बिगड़ गई।
पुलिस और प्रशासन का बचाव प्रयास
- हादसे की सूचना मिलते ही झारखंड की रंका पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। बाजार में भीड़ जमा हो गई और चीख-पुकार मचने लगी। एक्सकेवेटर की मदद से दुकान की पीछे की दीवार तोड़ी गई। टीम अंदर पहुंची, तो कुश गुप्ता, सुशीला केरकेट्टा, नमन केसरी, भोला केसरी और अजीत केसरी बेहोश पड़े थे।
- पांचों को तुरंत छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित रामानुजगंज के 100 बिस्तर अस्पताल ले जाया गया। डॉ. शरदचंद गुप्ता ने जांच के बाद सभी को मृत घोषित कर दिया। प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई।
- गोदरमाना में पोस्टमार्टम की सुविधा नहीं होने के कारण शवों को 50 किमी दूर गढ़वा ले जाना पड़ता, लेकिन परिजनों ने रामानुजगंज में ही पोस्टमार्टम की सहमति दी। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
दो बेटों की मौत से परिवार में कोहराम
- हादसे में मारे गए नमन और भोला सगे भाई थे। उनके पिता बंटी केसरी दोनों बेटों की मौत से सदमे में हैं। परिवार होली की तैयारियों में जुटा था। दोनों बच्चे खुशी-खुशी पटाखे लेने गए थे।
- उनके चाचा की दुकान घटनास्थल के ठीक सामने है। विस्फोट के बाद जान बचाने के लिए दुकान में घुसे पांचों की जिंदगी खत्म हो गई। बंटी के तीन बच्चे थे—दो बेटे और एक बेटी। अब दोनों बेटों के चले जाने से परिवार टूट गया है। गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
झारखंड-छत्तीसगढ़ प्रशासन का संयुक्त प्रयास
- घटना के बाद झारखंड के रंका से एसडीओपी रोहित रंजन, थाना प्रभारी अनिमेष कुमार, बीडीओ शुभम बेला टोपनो और सीईओ शिवपूजन तिवारी रामानुजगंज पहुंचे। छत्तीसगढ़ पुलिस भी मौके पर सक्रिय रही।
- पोस्टमार्टम की प्रक्रिया अधिकारियों की निगरानी में पूरी की गई। झारखंड सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की, जिसमें तात्कालिक रूप से एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
गांव में फैली दहशत, जांच जारी
- इस हादसे ने गोदरमाना गांव में दहशत फैला दी है। बाजार में पटाखों की बिक्री आम थी, लेकिन ऐसी घटना की किसी ने कल्पना नहीं की थी। पुलिस और प्रशासन अब यह जांच कर रहे हैं कि विस्फोट का सटीक कारण क्या था और पटाखों के भंडारण में कोई लापरवाही तो नहीं हुई। हादसे ने होली की खुशियों को मातम में बदल दिया। स्थानीय लोग कुश गुप्ता की सजगता और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठा रहे हैं।
- यह घटना एक बार फिर पटाखों के भंडारण और बिक्री के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी को उजागर करती है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके।
घटना में इनकी हुई मौत
- कुश गुप्ता 45 वर्ष
- अजीत केसरी 32 वर्ष
- सुशीला केरकेट्टा 18 वर्ष
- अमन केसरी नौ वर्ष
- भोला केसरी सात वर्ष