26 जून 2025 :
Arvind Kejriwal Latest News: पंजाब और गुजरात में हुए विधानसभा उपचुनाव में दो सीटों पर मिली जीत से आम आदमी पार्टी (AAP) को नयी ऊर्जा मिली है, जिसे हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि 2027 में एक चक्रवात आएगा, जब आप, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों को हरा देगी क्योंकि इसके काम को लोग पसंद करते हैं.
गुजरात में बीजेपी ने कडी सीट बरकरार रखी, जबकि ‘आप’ की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटालिया राज्य की विसावदर सीट पर विजयी हुए. आप ने पंजाब में लुधियाना (पश्चिम) विधानसभा सीट भी जीती, जहां उसके उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 10,600 से अधिक मतों से हराया.
पंजाब और गुजरात के उपचुनावों में पार्टी उम्मीदवारों की जीत से उत्साहित केजरीवाल ने इस अवसर का उपयोग कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को लुभाने के लिए किया और कहा कि केवल आप ही बीजेपी को हरा सकती है, कांग्रेस नहीं.
कांग्रेस के शीर्ष नेता बीजेपी के साथ मिले हुए हैं- अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शीर्ष नेता बीजेपी के साथ ‘मिले हुए’ हैं. केजरीवाल ने दावा किया कि उन्होंने ‘‘साथ मिलकर उपचुनाव लड़ा और बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने में मदद की.’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘कुछ लोग कहते हैं कि यह 2027 का सेमीफाइनल है. हम सोच सकते हैं कि अगर यह सेमीफाइनल है और 2022 एक तूफान था, तो 2027 में चक्रवात आएगा.’’ गुजरात और पंजाब, दोनों राज्यों में 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे.
लोग 30 साल के बीजेपी शासन से तंग आ चुके हैं- अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी अक्सर उपचुनाव जीतती है, लेकिन गुजरात में आप की जीत से पता चलता है कि लोग 30 साल के बीजेपी शासन से तंग आ चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अब वे आप को एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में देखते हैं. इन उपचुनावों ने दिखाया कि कैसे कांग्रेस नेतृत्व ने आप को हराने के लिए बीजेपी की मदद की. कांग्रेस बीजेपी की कठपुतली बन गई है. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे इसे समझें और आप में शामिल हों.’’
दूसरी तरफ नये जिला पार्टी प्रमुखों की नियुक्ति करके गुजरात में संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रही कांग्रेस को उस समय झटका लगा, जब प्रदेश पार्टी अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने दो सीट पर हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया.