सीजी भास्कर 30 मई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. उन्होंने इस दौरे के दूसरे दिन पुंछ में पाकिस्तान की गोलाबारी में प्रभावित हुए पीड़ितों से मुलाकात की. पुंछ से शाह ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उस गुरुद्वारे में भी मत्था टेका, जिस पर पाकिस्तान ने हमला किया था.अमित शाह ने पुंछ में जिस गुरुद्वारे का दौरा किया है. वहां ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने गोलाबारी की थी. पाकिस्तान की गोलाबारी में पुंछ का यह सबसे पुराना गुरुद्वारा क्षतिग्रस्त हो गया था.
इस गुरुद्वारे का नाम श्री गुरु सिंह सभा है, जो एलओसी के करीब है.वहीं, शाह ने पुंछ की जमीं से पाकिस्तान से दो टूक कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते. भारत किसी भी तरह का हमला सहन नहीं करेगा. इसका सटीक और इससे भी बुलंद जवाब दिया जाएगा और हमारी सेनाओं ने ये कर दिखाया है. पुंछ में कई लोगों के घरों को नुकसान हुआ है. लोगों के बिजनेस को नुकसान हुआ है. जम्मू कश्मीर सरकार ने ऐसे लोगों की मदद की है और अब भारत सरकार भी उनके लिए एक पैकेज लेकर आएगी.शाह ने पुंछ में सिर्फ गुरुद्वारा ही नहीं बल्कि मंदिर का भी दौरा किया. साथ ही पुंछ के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें रोजगार नियुक्ति पत्र भी सौंपे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि जो बहादुरी पुंछ के लोगों और उनके अधिकारियों ने दिखाई और जो देशभक्ति का जज्बा घाटी से लेकर पुंछ और कठुआ तक जम्मू-कश्मीर के लोगों में उभरकर आया है, उससे पूरे देश की जनता का संबल बढ़ा है.उन्होंने कहा कि पहलगाम में निर्दोष नागरिकों और सैलानियों पर कायराना हमला हुआ.
भारत सरकार और पीएम मोदी की हर आतंकी हमले का जवाब कठोरता से देने की नीति के तहत सेना ने सात मई की रात पीओके और पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया. पहली बार देश की सेनाओं ने पाक सीमा के अंदर खड़े आतंकी संगठनों के हेडक्वार्टर्स को ध्वस्त कर उन्हें करारा जवाब दिया.